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एचआईवी परीक्षण : जानिए क्या है? इसका महत्व और कब कराना चाहिए?
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ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है। एचआईवी से एड्स (अक्वायर्ड इम्युनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम) होता है, जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली का लगातार और धीरे-धीरे कम होना और उसके बाद इसकी विफलता होती है। वैश्विक स्तर पर वयस्कों में एचआईवी का प्रसार 2021 में 0.7% था (15-49 वर्ष की आयु के बीच के लोग)। उसी वर्ष एचआईवी से पीड़ित लोगों की संख्या 38.4 मिलियन थी। हालांकि, एचआईवी टेस्ट की क्षमता बढ़ गई है, लेकिन छह में से एक व्यक्ति (15%) को अभी यह झेलना पड़ता है, और वे अपनी स्थिति से अनजान है।
एचआईवी टेस्ट क्या है?
एचआईवी टेस्ट या स्क्रीनिंग ही एकमात्र तरीका है यह जानने का कि आप वायरस से इन्फेक्टेड हैं या नहीं। इन्फेक्शन का पता लगाने के लिए यह टेस्ट आपके ब्लड या शरीर के किसी अन्य तरल पदार्थ को चेक करता है। ध्यान दें कि एचआईवी का तुरंत पता नहीं लगाया जा सकता है क्योंकि टेस्ट तभी हो सकता है जब वायरस आपके शरीर के अंदर बढ़ता है या शरीर एंटीबॉडी बनाना शुरू कर देता है। हालांकि, टेस्ट कराना भी ज़रूरी है क्योंकि वायरस का जल्दी पता लगने पर उपचार भी जल्दी शुरू होगा। चूंकि वायरस का ट्रांसमिशन शरीर के तरल पदार्थ के आदान-प्रदान से होता है, प्रारंभिक एचआईवी टेस्ट से वायरस अन्य लोगों में पास नहीं होता है।
एचआईवी टेस्ट के प्रकार और उनका समय
विभिन्न प्रकार के एचआईवी टेस्ट और उनको कराने का समय:
• स्टैण्डर्ड एचआईवी ब्लड टेस्ट
• एंटीजन/एंटीबॉडी टेस्ट
• न्यूक्लिक एसिड टेस्ट (एनएटी)
स्टैण्डर्ड एचआईवी ब्लड टेस्ट
आपके शरीर में मौजूद वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी चेक करने के लिए एचआईवी ब्लड टेस्ट भी किया जाता है। शुरू के 23 से 90 दिनों में टेस्ट अधिक सही होते हैं।
एंटीजन/एंटीबॉडी टेस्ट
यह एचआईवी टेस्ट इन्फेक्शन को चेक करने के लिए एंटीजन और एंटीबॉडी दोनों चेक करता है। एंटीजन ऐसे पदार्थ होते हैं जो शरीर के लिए नए होते हैं और इम्म्यून सिस्टम को सक्रिय करने के लिए कार्य करते हैं। एचआईवी टेस्ट में जिस एंटीजन को चेक किया जाता है वह पी24 है और इसे एक्सपोज़र के बाद 18 से 45 दिनों के अंदर रोगी के ब्लड में पहचाना जा सकता है। फोर्थ-जनरेशन एचआईवी टेस्ट को कॉम्बिनेशन टेस्ट कहा जाता है। यह टेस्ट एचआईवी के संपर्क में आने के 13 से 42 दिनों के अंदर 99% सटीकता के साथ एचआईवी से होने वाले इन्फेक्शन की पहचान करता है।
न्यूक्लिक एसिड टेस्ट (एनएटी)
इस एचआईवी ब्लड टेस्ट को एचआईवी आरएनए या वायरल लोड टेस्ट भी कहते हैं। टेस्ट ब्लड को वायरस के लिए स्कैन करता है। यह एंटीबॉडी के लिए स्कैन नहीं करता है। यह टेस्ट सही होता है और इसकी समयसीमा भी 10 से 33 दिन की है। एचआईवी रोगियों में टेस्ट यह चेक करने में मदद करता है कि रोगी उपचार के प्रति कैसे रिएक्ट कर रहा है।
एचआईवी ब्लड टेस्ट की प्रक्रिया
स्टैण्डर्ड एचआईवी ब्लड टेस्ट
यह एचआईवी ब्लड टेस्ट लैब में किया जाता है। आपके ब्लड को इन्फेक्शन चेक करने के लिए लैब में भेजा जाता है। उंगली की चुभन या किसी अन्य शारीरिक तरल पदार्थ के माध्यम से तेजी से टेस्ट की तुलना में नस से ब्लड इन्फेक्शन का बेहतर पता चलता है।
एंटीजन/एंटीबॉडी टेस्ट
यह टेस्ट स्टैण्डर्ड एचआईवी ब्लड टेस्ट की तरह किया जाता है। कॉम्बिनेशन टेस्ट अब महानगरों की लैब्स में एचआईवी ब्लड टेस्ट के लिए स्टैण्डर्ड है।
न्यूक्लिक एसिड टेस्ट
यह एचआईवी टेस्ट आपके ब्लड का उपयोग करके किया जाता है। इसके बाद लैब क्विक और सटीक रिज़ल्ट देने के लिए प्लाज़्मा के सैंपल से एचआईवी-2 आरएनए की कॉपीज़ को अलग कर देती है।
एचआईवी टेस्ट के रिज़ल्ट को समझना
पॉज़िटिव टेस्ट रिज़ल्ट
अगर आपका एचआईवी टेस्ट रिज़ल्ट पॉज़िटिव है, तो इसका मतलब है कि आपके शरीर में एचआईवी के अंश मौजूद हैं। एचआईवी को डायग्नोज़ करने के लिए डॉक्टर कभी भी एक टेस्ट नहीं कहते हैं। अगर आपने रैपिड टेस्ट करवाया है, तो आपको एक स्टैण्डर्ड लैब टेस्ट करवाने के लिए भी कहा जाएगा। अगर आप पहले ही लैब टेस्ट करा चुके हैं, तो डायग्नोज़ के लिए आगे डिटेल्ड ब्लड टेस्ट जैसे एचआईवी-1 और एचआईवी-2 के बीच एंटीबॉडी विभेदन टेस्ट और वेस्टर्न ब्लॉट (या अप्रत्यक्ष इम्यूनोफ्लोरेसेंस परख) किए जाएंगे।
एचआईवी टेस्ट का पॉज़िटिव रिज़ल्ट यह नहीं बताता है कि आपको एड्स है, आप एड्स को दूर रखने के लिए उपचार शुरू कर सकते हैं। एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी (एआरटी) दवाओं और अन्य दवाओं से एचआईवी को कम किया जा सकता है।
फॉल्स- पॉज़िटिव टेस्ट रिज़ल्ट
कभी-कभी यह टेस्ट किसी अन्य इन्फेक्शन के एंटीबॉडी का पता लगाते हैं, और ऐसी संभावना होती है कि यह आपको फॉल्स- पॉज़िटिव रिज़ल्ट देता है। इसके अलावा, ऐसी संभावना भी कम है कि लैब आपके टेस्ट की गलत व्याख्या करे या उसमें गड़बड़ी कर फॉल्स- पॉज़िटिव दे दें! इसके अलावा, रैपिड ओरल फ्ल्यूइड टेस्ट फॉल्स- पॉज़िटिव रिज़ल्ट दे सकता है। इसलिए, आप रिपोर्ट और डाइग्नोसिस की पुष्टि के लिए एचआईवी ब्लड टेस्ट करा सकते हैं।
नेगेटिव टेस्ट रिज़ल्ट
अगर आपका एचआईवी टेस्ट नेगेटिव आता है, तो आपको एचआईवी के लिए प्रिवेंटिव उपाय करना शुरू कर देना चाहिए। सुरक्षित यौन संबंध शुरू करने के लिए, अपने डॉक्टर से सलाह करने और अपने साथी का एचआईवी टेस्ट करवाने के बाद प्री-एक्सपोज़र प्रोफिलैक्सिस (पीआरईपी) दवा लें।
लेकिन, ध्यान दें कि कुछ टेस्ट में स्पष्ट पॉज़िटिव या नेगेटिव डायग्नोज़ दिखाने के लिए पर्याप्त एंटीबॉडी बनने होने में 6 महीने लग सकते हैं। अगर आपको लगता है कि आप किसी इन्फेक्शन के संपर्क में आ गए हैं और आपने 6 महीने से पहले टेस्ट कराया है, तो रिपोर्ट की पुष्टि के लिए 6 महीने के बाद टेस्ट करवाएं।
फॉल्स- नेगेटिव टेस्ट रिज़ल्ट
अगर आप अपने शरीर में पर्याप्त एंटीबॉडी विकसित होने से पहले एचआईवी टेस्ट कराते हैं, तो आपका रिज़ल्ट 'फॉल्स- नेगेटिव' हो सकता है। इसका मतलब है कि आपको एचआईवी है लेकिन यह रिपोर्ट में नहीं दीखता है। PrEP के लिए एंटीरेट्रोवाइरल दवाएं लेने वाले रोगियों में फॉल्स- नेगेटिव डायग्नोज़ हो सकता है।
निष्कर्ष
अगर आपको पिछले तीन दिनों (72 घंटों) में एचआईवी के संपर्क में आने का डाउट है तो अपने डॉक्टर से बात करें। आप हमारे स्वास्थ्य विशेषज्ञों और मेट्रोपोलिस से भी संपर्क कर सकते हैं और एचआईवी टेस्ट करा सकते हैं। हमारे एचआईवी टेस्ट की कीमत हर शहर में अलग-अलग होती है और यह टेस्ट पर निर्भर करती है।