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CBC Test in Hindi: सीबीसी टेस्ट क्या है और इसके लिए तैयारी कैसे करें
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सीबीसी टेस्ट क्या होता है
सीबीसी टेस्ट को कंप्लीट ब्लड काउंट टेस्ट भी कहा जाता है। यह वो बल्ड टेस्ट है जो आपके खून में अलग-अलग सेल के लेवल को मापता है। इसमें रेड ब्लड सेल, व्हाइट ब्लड सेल, हिमोग्लोबिन और प्लेटलेट शामिल हैं। इस टेस्ट से विभिन्न स्थितियों का पता चलता है जैसे एनेमिया, ब्लड इंफेक्शन और ल्यूकेमिया। यह उन लोगों के स्वास्थ्य पर भी नजर रखने में मदद कर सकता है जो लंबे समय से चली आ रही बीमरियों जैसे कैंसर, डायबिटीज या एड्स से ग्रसित हैं।
अगर आपका सीबीसी टेस्ट होने वाला है तो चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। इसकी प्रक्रिया बहुत आसान है और इसमें सिर्फ कुछ मिनट ही लगते हैं। एक हेल्थकेयर प्रोफेशनल सिरिंज से आपके खून का नमूना ले लेगा। इसके बाद नमूना जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। सीबीसी टेस्ट का परिणाम आमतौर पर कुछ दिनों में ही मिल जाता है।
सीबीसी टेस्ट का उद्द्देश्य क्या होता है
सीबीसी टेस्ट सामान्य हेल्थ का आंकलन करने और कई सारे डिसऑर्डर का पता लगाने में मदद करता है। इसको आमतौर पर नियमित शारीरिक परिक्षण या उन लक्षणों के होने पर किया जाता है जो आपके ब्लड सेल को प्रभावित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए आपके डॉक्टर इसे तब करा सकते हैं जब आपमें संक्रमण के लक्षण हों जैसे बुखार, थकान या सांस की तकलीफ। यह तब भी आपके स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए कराया जाता है जब आप ऐसी दवाइयां ले रहे हों जो आपके ब्लड सेल को प्रभावित करती हों।
सीबीसी टेस्ट की तैयारी कैसे करें?
अगर आपका सीबीसी टेस्ट होने वाला है तो किसी भी खास तैयारी की जरूरत नहीं है। हालांकि, अगर खून का इस्तेमाल किसी दूसरे टेस्ट के लिए भी होना है तो आपको टेस्ट से पहले 12 घंटे की फास्टिंग करनी होगी। इस मामले में, आप इस पूरे समय सिर्फ पानी पी सकते हैं। टेस्ट से पहले आपको किसी दबाव बनाने वाली गतिविधि से भी दूर रहना चाहिए। इसको आसान बनाने के लिए यह टेस्ट सुबह, आपके उठने के ठीक बाद किया जा सकता है। हालांकि आपके डॉक्टर आपको सुझव देंगे कि आपको टेस्ट से पहले फास्टिंग की जरूरत है या नहीं।
सीबीसी टेस्ट होने वाला है तो अपने डॉक्टर को यह जरूर बताएं कि अगर आप :
- गर्भवती हैं
- कभी भी ब्लीडिंग की समस्या रही है
- बिना डॉक्टर की सलाह पर दवाएं और सप्लीमेंट सहित कोई भी दवाएं ले रहे हैं
इस तरह का ब्लड टेस्ट नियमित स्वास्थ्य जांचों के दौरान ही होता है। यह पूरी प्रक्रिया त्वरित और सस्ती होती है। आप चाहें तो लैबोरेट्री जा सकते हैं या हेल्थकेयर प्रोफेशनल को भी सुविधानुसार अपनी लोकेशन पर ब्लड लेने के लिए बुला सकते हैं।
टेस्ट से पहले आपको कुछ खास दवाएं लेना भी बंद करना पड़ सकता है। आपके डॉक्टर आपकी स्थिति को देखते हुए सीबीसी टेस्ट की तैयारियों से जुड़े निर्देश दे देंगे।
सीबीसी टेस्ट की नार्मल वैल्यू क्या होती है?
सीबीसी की नार्मल वैल्यू टेस्ट किए जाने वाले व्यक्ति के लिंग और उम्र के आधार पर अलग-अलग हो सकती है। आमतौर पर पुरुषों में महिलाओं की तुलना में रेड ब्लड सेल का लेवल ज्यादा होता है और बच्चों में वयस्कों की तुलना में व्हाइट ब्लड सेल का लेवल ज्यादा होता है।
नीचे दी गई लिस्ट में पुरुषों और महिलाओं के बीच सीबीसी टेस्ट की नार्मल वैल्यू दी गई हैं। हालांकि, यह ध्यान रखें कि वैल्यू अलग-अलग हो सकती हैं, और कुछ भी विचार बनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेन जरूरी होता है।
हिमोग्लोबिन (Haemoglobin)
पुरुष: 13.2 – 16.2 gm/dL | महिला: 12.0 – 15.2 gm/dL
रेड ब्लड सेल काउंट (Red Blood Cell Count (RBC))
पुरुष: 4.3 – 6.2 मिलियन /μL | महिला: 3.8 – 5.5 मिलियन/μL | नवजात/बच्चे: 3.8 – 5.5 मिलियन /μL
व्हाइट ब्लड सेल काउंट- अलग-अलग ल्यूकोसाइट काउंट (White Blood Cell Count (WBC)) - Differential Leucocyte Count
- न्यूट्रोफिल - 35-80%
- लिम्फोसाइट - 20-50%
- मोनोसाइट - 2-12%
- इओसिनोफिल - 0-7%
- बेसोफिल - 0-2%
प्लेटलेट काउंट (Platelet count (Plt)) - 1।5-4।5 lac/L
हेमाटोक्रिट (Hematocrit (Hct))
पुरुष: 40-52% | महिला: 37-46% | बच्चे: 31-43%
रेड सेल डिस्ट्रीब्यूशन विड्थ (Red Cell Distribution Width (RDW)) - 35-47 fL
मीन कॉरपुस्क्यूलर वॉल्यूम (Mean Corpuscular Volume (MCV))
पुरुष: 82-102 fL | महिला : 78-101 fL
मीन कॉरपुस्क्यूलर हिमोग्लोबिन (Mean Corpuscular Hemoglobin (MCH)) - 27-34 pg
मीन कॉरपुस्क्यूलर हिमोग्लोबिन कंसंट्रेशन (Mean Corpuscular Hemoglobin Concentration (MCHC)) - 31-35 gm/dL
मीन प्लेटलेट वॉल्यूम (Mean Platelet Volume (MPV)) – 6.0-9.5 fL
आसामान्य परिणाम का क्या मतलब होता है?
अगर आपका परिणाम असामान्य है तो इसका मतलब संक्रमण, एनेमिया या स्वास्थ्य से जुड़ी कोई और परेशानी हो सकती है। आपके डॉक्टर आपके असामान्य सीबीसी परिणाम की वजह जानने के लिए कुछ और टेस्ट कराने की सलाह देंगे।
यहां कुछ पैमाने दिए गए हैं जो परिणाम समझने में आपकी मदद कर सकते हैं:
- हिमोग्लोबिन (Haemoglobin): हिमोग्लोबिन का कम स्तर एनेमिया का लक्षण हो सकता है, जबकि हिमोग्लोबिन का बढ़ा हुआ स्तर पॉलीसायथेमिया का लक्षण हो सकता है।
- डब्लूबीसी (WBC): डब्लूबीसी का कम स्तर अप्लास्टिक, एनेमिया, ल्यूकेमिया और ऑटोइम्यून डिसऑर्डर का लक्षण हो सकता है। डब्लूबीसी का बढ़ा हुआ स्तर ल्यूकेमिया और इनफ्लेमेट्री डिसऑर्डर का लक्षण हो सकता है
- प्लेटलेट(Platelet): प्लेटलेट का गिर हुआ स्तर डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का लक्षण हो सकता है। जबकि इसका बढ़ा हुआ स्तर संक्रमण का लक्षण होता है।
निष्कर्ष
सीबीसी टेस्ट एक अहम डायग्नॉस्टिक टूल है जो आपके स्वास्थ्य के बारे में जरूरी जानकारी देता है। इसलिए जरूरी है कि आप साल में एक बार सीबीसी टेस्ट जरूर कराएं फिर चाहे आप खुद को फिट ही क्यों न महसूस कर रहे हों। अगर आपका सीबीसी टेस्ट नार्मल आता है तो इसका मतलब है कि आप एक हेल्थी व्यक्ति हैं। बिल्कुल सटीक परिणाम के लिए आप अपना सीबीसी टेस्ट विश्वसनीय लैबोरेट्री जैसे मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर से ही कराएं। हमारी पूरे भारत में ब्रांच हैं और सभी डायग्नोस्टिक जरूरतों के लिए हम पर विश्वास किया जा सकता है।इसके अलावा हमारे हेल्थ प्रोफेशनल अनुभवी, जानकार और कुशल हैं। अपनी सुविधानुसार सीबीसी टेस्ट के लिए आज ही हमसे संपर्क करें।